बुधवार, 27 सितंबर 2017

बदल दिए हमने जिंदगी के उसूल


1.  ऐसी तकदीर न पाई थी कि तुमको पा सकता…
    ऐसी याद्दाश्त न मिली थी कि तुमको भुला सकता..
2.मैंने भी बदल दिए है, ज़िन्दगी के उसूल, अब जो याद करेगा सिर्फ वही याद रहेगा|

3. पगली तू सिर्फ Status देख, प्यार तो अपने आप हो जायेगा

4. न फिक्र कर कि “ज़माना सोचेगा क्या…!!” ज़माने को अपनी ही फिक्र से फुर्सत कहां।

5. हमारे दोस्त महान हैं, दुश्मन हमारे पसन्दीदा मेहमान हैं, और हमारी पगली हमारी जान हैं

6. मुझे खैरात में मिली खुशियाँ अच्छी नहीं लगती, मैं अपने गमो में भी रहता हूँ नवाबो की तरह।

7. मैं रात भर जन्नत की सैर करता रहा यारों, सुबह आँख खुली तो देखा सर माँ के कदमो में था।

8. औकात की बात मत कर पगली, हम तो Autograph देने के लीए 2-3 आदमी रखते है

9. लोग हमारे बारे में क्या सोचते हैं, अगर ये भी हम ही सोचेंगे, तो फिर लोग क्या सोचेंगे ?

10. बुरे वक़्त में भी एक अच्छाई होती है, जैसे ही ये आता है, नाम के दोस्त विदा होता जाते हैं।

11. यदि तुम्हे कोई नज़र अंदाज कर दे तो बुरा मत मानना, लोग अक्सर बर्दास्त से बहार महँगी चीज को नजर अंदाज कर देते हैं।

12. विश्वास एक छोटा शब्द है, उसको पढने में तो एक सेकेंड लगता है, सोचो तो मिनट लगता है, समझो तो दिन लगता है, पर साबित करने में तो जिंदगी लग जाती है।

13. इस ज़माने में वफ़ा की तलाश न कर मेरे दोस्त, वो वक्त और था जब मकान कच्चे और लोग सच्चे हुआ करते थे।

14. वो सपने सच नहीं होते जो सोते वक्त देखे जाते हैं , सपने वो सच होते हैं जो आपको सोने नहीं देते।

15. हमारी रगों में वो खून दोड़ता है, जिसकी एक बूंद अगर तेजाब पर गिर जाए तो तेजाब जल जाये !

16. ज़िन्दगी के बदल जाने में कभी वक्त नहीं लगता, पर कभी-कभी वक्त बदल जाने में पूरी ज़िन्दगी लग जाती है ।

17. इस दुनिया में बिना स्वार्थ के सिर्फ माता-पिता ही प्यार कर सकते हैं।

18. हमारी गोली जान नही लेती बोस, दुसरो के अन्दर जानवर जगा देती हे

19. मैं वो खेल नहीं खेलता जिसमें जितना तय हो, क्योंकि जीतने का मजा तब है जब हारने का रिस्क हो

20. कुछ ऐसा काम करो कि आपके माता-पिता अपनी प्रार्थना में कहें ” हे प्रभु ! हमें हर जन्म में एसी ही संतान देना।”

21. Photo क्या देखती है मेरी Jaan, एक बार Dil में उत्तर के देखपूरी जन्नत दिखेगी

22. नाख़ून बढ़ने पर नाख़ून ही काटे जाते हैं, उंगलिया नहीं, इसी तरह रिश्तों में दरार आ जाए तो दरार को मिटाएं, रिश्ते को नहीं।

23. ज़िन्दगी का पहला कपड़ा लंगोट – जेब नहीं , जिंदगी का आखिरी कपड़ा कफ़न-जेब नहीं, फिर सारी जिंदगी जेब भरने की खटपट क्यों ?

24. ज़रुरत तोड़ देती है इंसान के गुरुर को, न होती कोई मज़बूरी तो हर बन्दा खुदा होता।

25. एक लड़की‬ आकर बोलती है, मुझे आपसे मिलना है, मै ने बोला ये‪ टोकन‬ ले और लाइन मे लगजा

सबसे पहले हम अपने आप से पूछे की हम दौड़ क्यो रहे है।

  सबसे पहले हम अपने आप से पूछे की हम दौड़ क्यो रहे है। सबके दौड़ने के कारण अलग अलग होते है। शेर दौड़ता है अपने शिकार को पकड़ने के लिए हिरण दौड़ता...