मैने किताबें मांगी
मुझे चूल्हा मिला...
मैने दोस्त मांगा
मैने सपने मांगे
मुझे प्रतिबंध मिले...
मैने संबंधी मांगे
मुझे अनुबंध मिले..
कल मैने धरती मांगी थी
मुझे समाधि मिली थी
आज मैं आकाश मांगती हूं
मुझे पंख दोगे..?
राम नाम सत्य" है......!! अकबर के शासन काल - के समय कि बात है! जब तुलसीदास अपने गांव में रहते थे। वह सदैव राम की भक्ति में लिप्त रहते ...
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